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घमंड शायरी | Ghamand Shayari

Ghamand Shayari - कहते है की घमंड किसी इंसान को करोड़पति से सीधा रोडपति बना सकता है और जो धमंडी इंसान होता है उसके साथ कोई भी व्यक्ति समय बिताना पसंद नहीं करता है क्युकी वो घमंडी इंसान हमेशा अपने मतलब की बात करता है और अपनी ही बढ़ाई करता रहता है इसलिए घमंड होने से आपके जीवन पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है और कोई भी व्यक्ति आपके साथ रहना पसंद नहीं करता।

बहुत सारे लोग कहते है की वो घमंडी नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है क्युकी जब भी भी आपके पास थोड़ी अच्छी चीज आ जाती है तो आप उसके बारे में लोगो को बताते रहते है या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से उनके फोटो शेयर करते जो की एक प्रकार का घमंड ही है। साधा जीवन, उच्च विचार वाले व्यक्ति तो आजकल के ज़माने में मिलना बहुत ही कठिन है।

Ghamand Shayari

अगर आप सबसे अच्छे Ghamand Shayari पढ़ना चाहते है तो आज के इस लेख में हमने आपके लिए Ghamand Shayari शायरी साझा की है जिनको आप पढ़ सकते हो और उनको बोल सकते हो जो घमंड करते है या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से उनको शेयर भी कर सकते हो क्युकी जो चीज बोली नहीं जा सकती वो सोशल मीडिया के माध्यम से आसानी से शेयर करके कही जा सकती है तो आप इसका प्रयोग करे और ऐसे घमंडी व्यक्तियों से दूर रहे। चलिए में अब आपको ले चलता हूँ सीधा Ghamand Shayari की ओर।

Ghamand Shayari

वक्त तो सबका बदलता रहता है इस पर घमण्ड क्या करना ,
कुर्सी तो वही रहेगी बस आने जाने वाले लगे रहेंगे।

राज तो हमारा हर जगह पे है,
पसंद करने वालों के दिल में,
और नापसंद करने वालों के दिमाग में।

बोल दिया होता तुम्हें दर्द देना है,
ऐ जिंदगी मोहब्बत को बीच में,
लाने की क्या जरूरत थी।

अक़्सर ऊँचायों को छूने पर लोग अपनी वास्तविक पहचान भूल जाते हैं,
और जिस दिन अहंकार हावी होता है तब सिवाए पतन के, और कुछ हांसिल नही होता।

न मेरा एक होगा, न तेरा लाख होगा,
न तारीफ़ तेरी, न मेरा मजाक होगा,
गुरूर न कर शाह-ए-शरीर का,
मेरा भी खाक होगा, तेरा भी ख़ाक होगा।

तुझसे अलग होने के बाद मुझे तेरे घमंड का पता चल गया,
लोग सिर्फ पैसे वाले इंसानों से ही बात करना पसंद करते हैं।

रूर की हैसियत बस इतनी सी है,
बस एक पल दूर है अब वो टूटने से।

मेरे सारे कसूरों पर भारी मेरे एक कसूर है,
मैं उसे पसंद करता हूँ बस इसी बात का उसे गुरूर है।

सुना है काफी पढ़ लिख गए हो तुम,
कभी वो बी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते।

हम खुदा से उस शक्स को पाने की दुआ कर बैठे है,
जिसे खुद के होने पे ही इतना घमंड है।

मत इतरा अपने गुरूर के मकान पर,
ये बनता नहीं अगर एक मजदूर न होता।

घमंड उस ढलते सूरज की तरह है जो ढलता तो है लेकिन बाद में अँधेरा कर देता है।

रूबरू होने की तो छोड़िये, लोग गुफ़्तगू से भी कतराने लगे हैं,
गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते, अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं।

मत कर इतना घमंड बहुत पछताएगा,
एक दिन खुद ही अपनी नजरो में गिर जाएगा। 

घमंड के बादलों से घिरे इंसान को,
सूरज कभी नज़र ही नहीं आ सकता।

ना इतराओ इतना बुलन्दियो को छूकर,
वक्त के सिकन्दर पहले भी कई हुए है,
जहां होते थे कभी शहंशाह के महल,
देखे है वही अब उनके मकबरे बने हुए है।

किस बात का इतना घमंड,
किस बात का इतना गुरूर,
वक़्त के हाथों बने सब शेर,
वक़्त ही करे सब चकनाचूर।

फायदा नहीं इतना पढ़ कर कामियाब होने का,
अगर गर्व और गुरूर में फ़र्क़ ही न पता चले।

ना इज्जत कम होती ना शान कम होती,
जो बात तुमने घमंड में कहीं हैं,
वो बात हस के बोली होती तो तुम्हारी खूब तारीफ होती।

मेरे सारे कसूरों पर भारी मेरे एक कसूर है,
मैं उसे पसंद करता हूँ बस इसी बात का उसे गुरूर है।

घमंड हो जाता है इंसान को छोटी-छोटी बात पर,
इंसान का घमंडी होने के लिए बड़ा होना ज़रूरी नहीं है।

आपके पास कोई भी हुनर हो सकता है,
पर उसका कभी घमंड नही करना चाहिए,
क्योकि जब कोई इंसान छत से गिरता है,
तो खुद का वजन ही उसे मार देता है।

चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह,
मगर ख़ामोश हूँ अपनी तक़दीर की तरह।

जिस ज्ञानी को अपने ज्ञान पर घमंड हो,
वह इस दुनिया का सबसे बड़ा मूर्ख है।

मत कर इतना घमंड बहुत पछताएगा,
एक दिन खुद ही अपनी नजरो में गिर जाएगा।

लोगो से कह दो हमारी तकदीर से जलना छोड़ दे,
हम घर से दवा नही माँ की दुआ लेकर निकलते है।

गुरूर का भार इतना भारी होता है की इंसान उसे उठाते-उठाते दूसरों की नज़रों से ही गिर जाता है।

अगर ज्यादा ही घमंड है,
तो एक बार समशान होकर जरूर आना,
बहा जाके देख लेना तुमसे भी ज्यादा हेशियत वाले राख में मिले पड़े हैं।

गुरूर के भी अजब हैं किस्से,
आज मिट्टी के ऊपर, कल मिट्टी के नीचे।

घमंड का पारा जब सर चढ़ जाता है, 
इंसान अपनी हद से आगे बढ़ जाता है।

घमंड तो उस इंसा को भी नहीं
होता जब कोई अवॉर्ड जीतता है
तो वो भी झुक्कर लेता है।

मुझे तलाश है जो मेरी रुह से प्यार करे,
वरना इन्सान तो पैसों से भी मिल जाया करते हैं।

इस छोटी सी ज़िन्दगी में काम बड़े-बड़े करना,
पर कभी गलती से घमंड मत करना।

चेहरे पर हंसी छा जाती हैं,
आँखों में सुरूर आ जाता हैं,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
मुझे खुद पर गुरूर आ जाता हैं।

कहीं का ग़ुस्सा कहीं की घुटन उतारते हैं,
ग़ुरूर ये कि हम काग़ज़ पे फ़न उतारते हैं।

हो सके तो दिलों में रहना सीखो,
गुरुर में तो हर कोई रहता है।

मत गुरुर कर अपनी खूबसूरती पर,
हमने बाजारों में खूबसूरत चीजों की बोलिया लगते देखा हे।

घमंड और पेट जब ये दोनों बढ़तें हैं,
तब इन्सान चाह कर भी किसी को गले नहीं लगा सकता।

ज़िन्दगी के लिए जान जरुरी हे,
जीने के लिए अरमान जरुरी हे,
हमारे पास हो चाहे कितना भी गम,
लेकिन तेरे चेहरे पे मुस्कान जरुरी हे।

वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता हैं,
जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूढ़ता हैं।

सुन्दर दिल वाले से प्यार करना चाहिए,
अक्सर खूबसूरत चेहरे के पीछे घमंड छिपा होता है।

मैं एक हाथ से सारी दुनिया के साथ लड़ सकता हूँ,
बस मेरा दुसरा हाथ तेरे हाथ में होना चाहिए।

खुद को बुरा कहने की हिम्मत नहीं,
इसलिए वो कहते है ज़माना ख़राब हैं।

तूने फेसले ही फासले बढाने वाले किये थे,
वरना कोई नहीं था तुजसे ज्यादा करीब मेरे।

यह मत पूछ देने को मेरे पास हे क्या,
मैं पूरी दुनिया को खामोशिया बाँट सकता हूँ।

मुझे घमंड था की मेरे चाहने वाले बहुत है इस दुनिया में,
बाद में पता चला की सब चाहते है अपनी ज़रूरत के लिए।

किरदार में मेरे भले अदाकारियाँ नहीं हैं,
खुद्दारी हैं, गुरूर हैं, पर मक्कारियाँ नहीं हैं।

चेहरे पर हंसी छा जाती हैं,
आँखों में सुरूर आ जाता हैं,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
मुझे खुद पर गुरूर आ जाता हैं।

जब तक न लगे सुंदरता की ठोकर,
हर किसी को अपने पे नाज़ होता है।

खुद को बुरा कहने की हिम्मत नहीं,
इसलिए वो कहते है ज़माना ख़राब हैं।

वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता हैं,
जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूढ़ता हैं।

तेरी अकड़ दो दिन की कहानी हैं,
मेरा गुरूर तो खानदानी हैं।

वक्त तो सबका बदलता रहता है,
इस पर घमण्ड क्या करना,
कुर्सी तो वही रहेगी बस आने जाने वाले लगे रहेंगे।

दुनिया का अंदाज़ हमारे अंदाज़ के आगे कुछ भी नहीं,
हमारे चलने से भी लोग साँसे छोड़ दिया करते हे।

जिनमें कुछ नहीं होता है ना उनमें घमंड बहुत होता है।

पूरे की ख्वाहिश में ये इंसान बहुत कुछ खोता हैं,
भूल जाता हैं कि आधा चाँद भी खूबसूरत होता हैं।

तेरी अकड़ दो दिन की कहानी हैं,
मेरा गुरूर तो खानदानी हैं।

घमंड न करना जिन्दगी मे तकदीर बदलती रहती है,
शीशा वही रहता है बस तस्वीर बदलती रहती है।

अगर घमण्ड की कीमत मालूम करनी है,
तो इसे OLX पर डाल दो देखते है कितने खरीददार मिलते है।

हम ज़िंदा रहे या नहीं रहे,
एक बात का ख्याल रखना,
खौफ दुश्मन में हमेशा रहेगा,
और चर्चा बद्तमीज़ की कभी होने नहीं वाली।

अहंकार में आ के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है,
माफ़ी माँग के वही रिश्ता निभाया जाए।

चीजें अक्सर छोटी लगती हैं,
जब कोई दूर से या गुरूर से देखता हैं।

कभी किसी चीज का घमण्ड आ जाए तो,
शमशान का एक चक्कर लगा आना,
तुम से बेहतरीन लोग वहां राख बने पड़े है।

जीत किस के लिए, हार किस के लिए,
जिन्दगी भर ये तकरार किसके लिए,
जो भी आया हैं वो जाएगा एक दिन,
फिर ये इतना अहंकार किसके लिए।

चीजें अक्सर छोटी लगती हैं जब कोई दूर से या गुरूर से देखता हैं।

आखिरी शब्द:

आशा करता हूँ की आपको यह Ghamand Shayari पसंद आयी होगी जहाँ हमने आपके लिए सबसे अच्छे Ghamand Shayari साझा की है। घमंड उस आग की तरह है जो सब कुछ जला देती है इसलिए कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए और हमेशा जो भी आपके पास है उसमे खुश रहना चाहिए। कहते है की दुनिया में किसी भी व्यक्ति के पास सब कुछ नहीं है तो फिर किस बात का घमंड है। आपसे निवेदन है की आप ऐसे व्यक्तियों के साथ न रहे जो घमंडी हो और इस लेख को ज्यादा लोगो तक शेयर करे।

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