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Jal Sanrakshan In Hindi Essay / जल सरंक्षण पर निबंध

Jal Sanrakshan In Hindi Essay - जल सरंछण एक ऐसी समस्या है जिसको सिर्फ एक अकेला व्यक्ति सही नहीं कर सकता लेकिन एक एक करके बहुत सरे व्यक्तियों का समूह जरूर इस समस्या को दूर कर सकता है। भविष्य में जल की काफी समस्या होने वाली है जिसका असर हम आज अपने घरो में देख सकते है की आखिर जमीं के अंदर पानी कितना गहरा जा चूका है।

जल की कमी स्थानों के हिसाब से अलग अलग है। गांव जैसे इलाको में जल कुछ ही देरी में निकल आता है और वही शहरों में जल काफी दिनों में निकलता है लेकिन ऐसा क्यों होता है तो इसका अर्थ है की आज भी गांव और देहात जैसे इलाको में लोग कुओ और पोखर से पानी भरने जाते है और वह की जमीं कच्ची होने के कारन उनका पानी वापस जमीं के अंदर चला जाता है लेकिन वही दूसरी तरफ सेहरो में लोगो के घर पर पानी की सुविधा होने के कारन वे पानी को बर्बाद करते है जिससे जल सरंछण होता है।

Jal Sanrakshan In Hindi Essay / जल सरंक्षण पर निबंध

Jal Sanrakshan In Hindi Essay

जल ही जीवन है ये तो हम सबने सुना है लेकिन आखिर इसका मतलब क्या है। इसका अर्थ है की हम बिना जल की इस धरती पर जीवन व्यतीत नहीं कर सकते है। धरती एकमात्रा ऐसा गृह है जहा जल  प्रयाप्त मात्रा में पाया जाता है इसलय धरती पर जीवन सम्भव है लेकिन पानी की बर्बादी होने के कारन तालाब सूखने लगे है नदियो में पानी खत्म हो रहा है जिसकी वजह से हमारे भविष्य में आने वाली पीढ़ी के लिए जीवन बहुत कठिन हो सकता है।

जल संरक्षण क्यों आवश्यक?

राजिस्तान में आज भी ऐसे काफी शहर है जहा की बेटियाँ पढ़ने लिखने नहीं जा पाती क्युकी उनको काफी किलोमीटर्स से पानी सर पर रखकर लाना होता है।  जिसके कारण वहां की बेटिया अशिक्षित रह जाती है जो की हमारे देश के लिए सही नहीं है। अगर हम अपने देश के बेटियों और बच्चो को पढ़ना चाहते है जो की पढाई से वंचित है तो हमें जल सरक्षण पर धियान देने की अत्यंत आवश्यक है।

जल को बचने के उपाय / Solution of Wasting Water

जल को हम काफी सारे तरीको से बचा सकते है जिनके उपाय निचे दिए है।
  • बिना पानी की जरूरत के लोगों को अपने बागान या उद्यान में पानी नहीं देना चाहिए।
  • लोग पानी देने के लिए पाइप का उपयोग करते है लेकिन अगर वो पाइप से पानी देने के बजाय फुहारे से पानी दे तो वे अधिक बेहतर होगा क्युकी पाइप से पानी देने पर  पानी बर्बाद होता है और वही दूसरी तरफ फुवारे से पानी अच्छे से दिया जा सकता है।
  • सूखा अवरोधी पौधा लगाने से पानी की बचत की जा सकती है।
  • गांव में लोग पानी लगते वक्त पाइप के जोड़ पर ज्यादा धियान नहीं देते और उसके कारन उन जोड़ो में से पानी की लीकेज होती है और पानी बर्बाद होता है इसलय पानी का उपयोग करने से पहले उसके जोड़ देखना अनिवार्य है और इससे अनेक गैलन पानी बचाया जा सकता है।
  • बच्चो को ब्रश करने बाद और हाथ धोने के बाद पानी को बंद करना चाहिए जिससे की वो बर्बाद नहीं हो।
  • कार, बाइक, साइकिल और आदि जैसे वहां को धोने में लोग पाइप का इस्तेमाल करते है जिससे बहुत ज्यादा पानी बर्बाद होता है तो उसकी जगह वह बाल्टी और मग का इस्तमाल करे तो  150 गैलन तक पानी को बचाया जा सकता है।
  • फुहारे के तेज बहाव के लिये अवरोधक लगाएँ जो आपके पानी को बचायेगा।
  • पूरी तरह से भरी हुई कपड़े धोने की मशीन और बर्तन धोने की मशीन का प्रयोग करें जो प्रति महीने लगभग 300 से 800 गैलन पानी बचा सकता है।
  • प्रति दिन अधिक पानी को बचाने के लिये शौच के समय कम पानी का इस्तेमाल करें।
  • सब्जियों, फल आदि चीजों को नल के निचे न धोये बल्कि भरे हुए पानी में धोये।
  • पानी की बोतल में बचा हुआ पानी को बर्बाद करने से अच्छा किसी पौधे की सिचाई कर दे।

अगर हम इन उपाय को अपनाएंगे तो शायद हो सकता है की हम पानी की बर्बादी को कही हद तक रोक सकते है। और ऐसे काफी सारी संस्थाए है जो लोगो में awareness फैला रहे है पानी को बचने के लिए और वे खुद पानी को बचने का कार्य कर रहे है।

जल संरक्षण के लाभ / Benefits of water conservation

जल संरक्षण के लाभ के अनेको लाभ है जो निचे सूचीबद्द है। 
  • जल सरक्षण से पानी की बचत होगी। 
  • जल सरक्षण के कारण पृथ्वी पर लम्बे समय तक जीवन संभव हो पायेगा।  
  • बच्चो के अंदर जल सरक्षण के प्रति जागरूकता।
  • जितना जरूरी है उतना ही पानी का उपयोग में बढ़ोतरी।  
  • जब जल सरक्षण होगा तब बिजली भी लगातार आती रहेगी लेकिन अगर जल ही नहीं रहेगा तो बिजली की सुविधा भी समाप्त हो जाएगी इसलय जल सरक्षण से बिजली में वृद्वि होती है।


निष्कर्ष:

धरती पर अगर जीवन संभव है तो वो जल है इसलिए जितना अधिक समय तक जल हमारे बिच रहेगा उतना जीवन धरती पर रहेगा इसलिए हम सबको मिलकर Jal Sanrakshan में साथ देना चाहिए और सिर्फ खुद को ही नहीं बल्कि दुसरो को जल सरक्षण करने के लिए उत्साहित करना चाहिए जिससे उनके अंदर भी जल के प्रति फिक्र जगे और वो भी इसे बचने में हमारी सहायता करे। 

जैसे भोजन, रोटी, कपडा, माकन, पैसा आदि हमारी दैनिक जरूरत है वैसे ही पानी भी हमारी दैनिक जरूरत में से एक है। शुद्ध जल लोगो की जिंदगियों को बचा सकता है वही दूषित जल लोगो की जिन्दगिया ले सकता है इसलिए हमें पानी को स्वच्छ भी रखना है। 

आखिरी शब्द:

आशा करता हूँ की आपको ये Jal Sanrakshan In Hindi Essay अच्छा लगा होगा जहाँ मेने जल सरक्षण पर निबंध पुरे अच्छे तरीके से साझा किये है।  Jal Sanrakshan In Hindi Essay स्कूल में पड़ने वाले बच्चो के लिए पढ़ना जरूरी है क्युकी आखिर बचो में जल सरक्षण के प्रति उत्तजेतना होगी तभी वे अपने लिए और सबके लिए जल बचा पाएंगे और उसका सही इस्तमाल कर पाएंगे।  

अगर आपको ये Jal Sanrakshan In Hindi Essay अच्छा लगा हो और आपके काम आया हो तो इसे अपने भाई, बेहेन, दोस्त, माता, पिता आदि के साथ जरूर से शेयर करे। 

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