Ad Code

Children’s Day Essay In Hindi | बाल दिवस निबंध हिन्दी

Children's Day Essay in Hindi - प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्म को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।  दोस्तों बचपन हर किसी व्यक्ति की जिंदगी का वो पल होता है जिसे वो मरते दम तक नहीं भूलता।  बचपन में की गयी शरारते, अध्यापक की मार, दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलना और माता  पिता की डांट ये हमको जिंदगी भर याद रहती है। 
 
बल दिवस के दिन हम सब कितने उत्साह में इस दिवस को मनाते है। बड़े भी अपना बचपन याद करते है इस दिन और वे अपने बच्चो को चॉक्लेट, गिफ्ट आदि देते है और दूसरी तरफ हमारे अध्यापक भी हमें काफी प्यार देते है।  

पंडित जवाहर लाल नेहरू कहा करते थे की बच्चे हमारे देश यानि की हिंदुस्तान का भविष्य है। इतने बड़े महापुरुष ने ये पहली ही अनुमान लगा लिया था की दुनिया के बढ़ती आधुनिक तकनीक में बच्चे भविष्य में उत्तम करके दिखाएंगे। नेहरू जी ने अपने भाषण में कहा था की वो पीछे बैठने वाले विद्यार्थी थे लेकिन उन्होंने पढाई के साथ साथ अपनी मस्तिष्क का भी बराबर उपयोग इसलिए आज हम उनको इतना सम्मान देते है।  नेहरू जी कहा करते थे की अगर किसी देश और उसकी अर्थव्यवस्था को विकसित करना है तो उस देश के बच्चो को विकसित करो।  

आज की इस युग में बच्चा बच्चा मोबाइल और कंप्यूटर को बखूबी चलना जनता है और उनके माध्यम से अपने आपको बहुत ज्यादा बुद्धिमान बनता जा रहा है जो देश के विकाश के लिए जरूर है।  

Children's Day Essay in Hindi

पंडित जवाहर लाल नेहरू ज्यादातर स्कूल और कॉलेज में ही भाषण देना पसंद करते थे क्युकी उनको बच्चो से काफी प्रेम था और इसी को देखते हुए उनकी मृत्यु के बाद उनके जन्मदिन को यानि 14 November को बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।  

बाल दिवस को पूरा देश बहुत ही हर्ष और हुल्लास के साथ मनाता है। स्कूलो में विभन्न प्रकार के कॅरियक्रम आयोजित किये जाते है जिसमे बच्चे भाड़ चढ़कर भाग लेते है और अपनी कला दिखते है कोई निर्त्य करता है तो अपनी मधुर आवाज से लोगो को मोहित करता है। काफी साडी प्रीतयोगित भी आयोजि की जाती है और बच्चो को खिलाया जाता है

बाल दिवस निबंध का आरम्भ / Children's Day

Children’s Day Essay In Hindi

Children’s Day Essay In Hindi - चिल्ड्रेन्स डे को सबसे पहले 1857 जून को टर्की के एक विश्वविद्यालय के प्रवक्ता चार्ल्स लियोनार्ड के द्वारा मनाया गया था।  इसके कुछ सालो बाद टर्की की सरकार ने 1929 में children's day निरंतर मानने की घोसना कर दी और यह children day 23 अप्रैल को टर्की में मनाया जाने लगा। टर्की के इस फैसला को सारे देशो ने सम्मान किया और काफी सारे देशो ने बाल दिवस को 1 जून 1950 को मानाने की आज्ञा दे भी दी और children's day फिर काफी सारे देशो में मनाया जाने लगा।  

सयुक्त रस्त्या संघ की स्थापना होने के पश्चात् बल दिवस को 20 नवंबर को मनाया जाने लगा और पूरा विश्व इस दिवस को इसी दिन मनाता था लेकिन अभी तक काफी सरे देश बचे थे जिन्होंने children's day को अपने देश में मनाने की अनुमति नहीं दी थी।  

भारत में ये प्रथा 1950 में आरम्भ हुई लेकिन अभी तक पूरा विष children's day को 20 नवंबर को ही मनाता था। फिर जैसे ही हमारे प्रथम प्रधानमंत्री (जवाहर लाल नेहरू) का देहांत हुआ तो ये ही बालदिवस को उनके जन्मदिन (14 November)  को मानाने का निर्णय लिया और वह से भारत में बाल दिवस इसी दिन मनाया जाता है।

Children’s Day मनाने का उद्देश्य 

Children’s Day Essay - पूरा हिंदुस्तान बाल दिवस को सिर्फ बच्चो के लिए नहीं, जवाहर लाल नेहरू जी को याद करने के लिए भी मनाया जाता है जो उन्होंने पुरे देश के लिए किया वो सराहनीय है।  14 नवंबर को बाल दिवस पर मुख्या उद्देश्य बच्चो के अंदर विकास की भावना को जगाना है और उनको बताना है की वो कैसे अपने समाज और देश के विकाश में महत्वपूर्ण है।  

विद्यालयो में इस दिन काफी साडी प्रतियोगिता, कार्याक्रम की स्थापना की जाती है और ये विद्यालय सरकारी हो या फिर गैर सरकारी सब लोग इस दिवस को मनाते है। लोग वाद विवाद प्रतियोगिता में भी भड़ चढ़कर हिस्सा लेते है जिससे उनकी बुद्धि में वृदि होती है वही दूसरी तरफ लोग अपनी कला को नृत्य, गाने, भाषण आदि के माध्यम से लोगो को मनोहित करते है।

बाल दिवस वाले दिन के विद्यालय रैली, परेड आदि भी आयोजित करते है जिसमे बच्चे खुद इस रैली को किसी जगह तक लेके जाते है और इस दिन खास सजावट कर बच्चे खाने पिने को भी आयोजित करते है।  

निष्कर्ष:

आशा करता हूँ की आपको ये Children’s Day Essay In Hindi पसंद आया होगा।  इस दिन की सबसे खास बात जो मुझे अच्छी लगती है वो ये ही की लोग इस दिन आखिर बच्चो को वो करने देते है जो वो करना चाहते है जैसे नृत्य, गण, प्रतियोगिता आदि अगर ये ही चीजे उनको रोज की जिंदगी में अपने दी जाने लेगी तो शायद हमारा देश और भी जल्दी विकसित देश बन सकता है।  

सरकारी और गैर सरकारी संस्थाए बखूबी इस दिन को बच्चो के लिए मानती है और ये दिन भी एक पर्व के रूप पे मनाया जाता है जिससे बच्चे बहुत खुश होते है और शायद हमारे प्रथम प्रधानमंत्री (जवाहर लाल नेहरू) भी इससे काफी प्रस्सन होंगे।

इन्हे भी पढ़े:

Reactions

Post a Comment

0 Comments