Dard Bhari Shayari in Hindi - लोग कहते है की उनको कभी दर्द नहीं होता। झूठ बोलते है सब क्युकी जिसने भी आज तक इस धरती पर जन्म लिया है उसको दर्द हुआ है चाहे वो जिम्मेदारियों का भोज सम्हालने का दर्द हो या फिर किसी के चले जाना का दर्द हो। दर्द हर किसी को होता है। सब ज्यादा दर्द तब होता है जब आप किसी से बेइंतहा मोहब्बत करते हो और उसकी सारी खुहाहिश पूरी करते हो लेकिन फिर भी वो किसी और के लिए आपको छोड़ देते है।
मेने अपनी जिंदगी में एक बात सीखी है की जिस व्यक्ति ने कभी दर्द नहीं सहा वो व्यक्ति कभी सफल नहीं हुआ। कहते है न की कभी कभी कोई दर्द आपको इतना सफल बना सकता है जिसकी कोई हद नहीं। बस आपको ये दर्द को सही से प्रयोग करना आना चाहिए।
मेने अपनी जिंदगी में एक बात सीखी है की जिस व्यक्ति ने कभी दर्द नहीं सहा वो व्यक्ति कभी सफल नहीं हुआ। कहते है न की कभी कभी कोई दर्द आपको इतना सफल बना सकता है जिसकी कोई हद नहीं। बस आपको ये दर्द को सही से प्रयोग करना आना चाहिए।
प्यार में दर्द क्यों होता है?
जब आप किसी से प्यार करते हो तो उसके साथ हर चीज शेयर करते हो और उसे अपनी जिंदगी का एक जरूरी हिस्सा बना लेते हो लेकिन तब वो व्यक्ति आपको छोड़कर जाता है तो आपको बहुत दर्द होता है क्युकी वो आपकी जिंदगी का बहुत ही मुख्या हिस्सा था जो अब चला गया।Dard Bhari Shayari in Hindi / दिल का दर्द
आज के इस लेख में हमने आपके लिए कुछ Dard Bhari Shayari साझा की है जिनको आप पढ़ सकते हो और अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हो। जिंदगी खत्म नहीं होती किसी के चले जाने से बल्कि पता चलता है की दुनिया में कैसे कैसे व्यक्ति है इसीलिए हमेशा खड़े हुआ और दुबारा से नई शुरुआत करो।तेरे ऐसे सच्चे आशिक़ है हम, दिलमे जिसके प्यार न हो कभी कम, सच्चे प्यार में तो ज़िन्दगी महक जाती है, ना जाने हमारी आँखे क्यों है नम।
जो नजर से गुजर जाया करते हैं, वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं, कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते, बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।
मत पूछना की दर्द किस किस ने दिए, वरना कुछ अपनों के सर भी झुक जाएंगे। - Dard Bhari Shayari in Hindi
तुझे किया कभार के तेरी यादों ने मुझे किस तरह सताया, कभी अकेले में हँसा दिया तो कभी अकेले में रोल दिया।
तुमको लेकर मेरा ख्याल नही बदलेगा, साल बदलेगा मगर दिल का हाल नहीं बदलेगा।
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है, जिसका रास्ता बहुत खराब है, मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा, दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।
रात की गहराई आँखों में उतर आई, कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई, ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के, कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई।
नज़र और नसीब में भी क्या इत्तफ़ाक़ है, नज़र उसे ही पसंद करती है जो नसीब में नही होता। - Dard Bhari Shayari in Hindi
बंसिरी से सीख ले ए ज़िन्दगी सबक जीने का, कितने छेद है सीने में फिर भी गुनगुनाती रहेती है।
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है, ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू, ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है।
बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी सज़ा लगती है, ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा लगती है, अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किससे करूँ, मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफा लगती है।
कितना मुश्किल है मोहब्बत की कहानी लिखना, जैसे पानी से पानी पे पानी लिखना। - Dard Bhari Shayari
हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे, लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे, कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए, जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।
हर भूल तेरी माफ़ की, हर खता को तेरी भुला दिया, गम है कि, मेरे प्यार का, तूने बेवफा बनके सिला दिया।
हम कहीं जायेंगे बना लेंगे जगह अपने लिए, हम को आता है दिल में उतर जाना।
हो जा मेरा के इतनी मोहब्बत दुनंगा तुझे के, लोग भी हसरत करेंगे तेरे जैसा नसीब पाने को।
वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं, कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं, दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद, वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं। - Dard Bhari Shayari Hindi
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम, हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम, अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला, ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
ना करना हमसे प्यार का फिर झुठा वादा, माँगी है आज दुआ के तुझे भुल जाएँ हम।
अगर बिकने पे आ जाओ तो घट जाते है दाम अक्सर, न बिकने का इरादा हो तो कीमत और बढ़ती है।
कांटो सी चुभती है तन्हाई, अंगारों सी सुलगती है तन्हाई, कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे, मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।
न वो सपना देखो जो टूट जाये, न वो हाथ थामो जो छूट जाये, मत आने दो किसी को करीब इतना, कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
हर तन्हा रात में एक नाम याद आता है, कभी सुबह कभी शाम याद आता है, जब सोचते हैं कर लें दोबारा मोहब्बत, फिर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है।
बुला रहा है कौन मुझको उस तरफ, मेरे लिए भी क्या कोई उदास बेक़रार है। - Dard Bhari Shayari in Hindi
चल मेरे हमनशीं अब कहीं और चल, इस चमन में अब अपना गुजारा नहीं, बात होती गुलों तक तो सह लेते हम, अब काँटों पे भी हक हमारा नहीं।
वह मेरा सब कुछ है पर मुक़द्दर नहीं, काश वो मेरा कुछ न होता पर मुक़द्दर होता।
मिल भी जाते हैं तो कतरा के निकल जाते हैं, हैं मौसम की तरह लोग... बदल जाते हैं, हम अभी तक हैं गिरफ्तार-ए-मोहब्बत यारों, ठोकरें खा के सुना था कि संभल जाते हैं।
एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिए, कितने अल्फ़ाज़ लिखे हमने ज़माने के लिए, उनका मिलना ही मुक़द्दर में न था, वर्ना क्या कुछ नहीं किया उनको पाने के लिए।
बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी, फिर भी बेइंतहा तुझे चाहने की बेबसी मेरी।
एक नजर भी देखना गंवारा नहीं उसे, जरा सा भी एहसास हमारा नहीं उसे, वो साहिल से देखते रहे डूबना हमारा, हम भी खुद्दार थे पुकारा नहीं उसे।
कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर हम दुनिया लुटा देते, हर एक ने धोखा दिया, किस-किस को भुला देते, अपने दिल का ज़ख्म दिल में ही दबाये रखा, बयां करते तो महफ़िल को रुला देते।
ये वफ़ा की सख़्त राहें ये तुम्हारे पाँव नाज़ुक, न लो इंतकाम मुझसे मेरे साथ-साथ चल के। - Dard Bhari Shayari
काश वो समझते इस दिल की तड़प को, तो हमें यूँ रुसवा न किया जाता, यह बेरुखी भी उनकी मंज़ूर थी हमें, बस एक बार हमें समझ तो लिया होता।
वो तो अपने दर्द रो-रो कर सुनाते रहे, हमारी तन्हाईयों से आँखें चुराते रहे, और हमें बेवफ़ा का नाम मिला, क्योंकि हम हर दर्द मुस्कुरा कर छिपाते रहे।
बिन बताये उसने ना जाने क्यों ये दूरी कर दी, बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी, मेरे मुकद्दर में ग़म आये तो क्या हुआ, खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी।
सिर्फ चेहरे की उदासी से, भर आये तेरी आँखों में आँसू, मेरे दिल का क्या आलम है, ये तो तू अभी जानता नहीं।
तुम्हारे बाद न तकमील हो सकी अपनी, तुम्हारे बाद अधूरे तमाम ख्वाब लगे।
ग़म इसका नहीं कि तू मेरा न हो सका, मेरी मोहब्बत में मेरा सहारा ना बन सका, ग़म तो इसका भी नहीं कि सुकून दिल का लुट गया, ग़म तो इसका है कि मोहब्बत से भरोसा ही उठ गया।
आज फिर तेरी याद आयी बारिश को देख कर, दिल पे ज़ोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर, रोये इस कदर तेरी याद में, कि बारिश भी थम गयी मेरी बारिश को देख कर। - Dard Bhari Shayari in Hindi
पत्थर समझ कर पाँव से ठोकर लगा दी, अफसोस तेरी आँख ने परखा नहीं मुझे, क्या क्या उमीदें बांध कर आया था सामने, उसने तो आँख भर के भी देखा नहीं मुझे।
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है, बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है, किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो, पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है।
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको, खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे।
इक तेरे बगैर ही न गुजरेगी ये ज़िंदगी मेरी, बता मैं क्या करूँ सारे ज़माने की ख़ुशी लेकर।
जिसे खुद से ही नहीं फुरसतें, जिसे खयाल अपने कमाल का, उसे क्या खबर मेरे शौक़ की, उसे क्या पता मेरे हाल का।
बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की, कोई किसी को टूट कर चाहता है, और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है। - Dard Bhari Shayari Hindi
नफरतें लाख मिलीं पर मोहब्बत न मिली, ज़िन्दगी बीत गयी मगर राहत न मिली, तेरी महफ़िल में हर एक को हँसता देखा, एक मैं था जिसे हँसने की इजाज़त न मिली।
वो चाँदनी का बदन खुशबुओं का साया है, बहुत अजीज़ हमें है मगर पराया है, उसे किसी की मोहब्बत का ऐतबार नहीं, उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है।
मेरे दिल का दर्द किसने देखा है, मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है, हम तन्हाई में बैठे रोते हैं, लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है।
नादानी की हद है जरा देखो तो उन्हें, मुझे खो कर वो मेरे जैसा ढूढ़ रहे हैं।
हमने तेरे बाद न रखी किसी से मोहब्बत की आस, एक शख्स ही बहुत था जो सब कुछ सिखा गया।
इस मोहब्बत की किताब के, बस दो ही सबक याद हुए, कुछ तुम जैसे आबाद हुए, कुछ हम जैसे बरबाद हुए।
वक्त नूर को बेनूर कर देता है, छोटे से जख्म को नासूर कर देता है, कौन चाहता है अपनों से दूर होना, लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है। - Dard Bhari Shayari in Hindi
उसे जाने की जल्दी थी, तो मैं आँखों ही आँखों में, जहाँ तक छोड़ सकता था, वहाँ तक छोड़ आया हूँ।
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