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Safar Shayari | सफर शायरी

Safar Shayari - "जिंदगी एक सफर है और इसके हम मुसाफिर" अपने ये लाइन कही न कही तो सुनी ही होगी क्युकी जब हम इस दुनिया में आते है तब से लेकर मरने तक एक सफर ही है। बचपन से बड़े होने का सफर, स्कूल से नौकरी का सफर, गरीबी से सफलता का सफर और सबसे मुख्या जिंदगी में कुछ कर दिखने का सफर। 

हर चीज एक सफर है और इस सफर पर हमको न चाहते हुए भी चलना पड़ेगा क्युकी अगर आप इस सफर पर नहीं चलोगे तो आप इस दुनिया में रह नहीं सकते है। कहते है की हर एक व्यक्ति की एक अपनी कहानी होती है जो वो लिखता है तो अपनी खुद की कहानी लिखने के मालिक आप हो। अगर आप अपनी जिंदगी सोते हुए बिताना चाहते हो तो आप वो भी कर सकते है या फिर आप चाहते है की आप कुछ ऐसा करें जिससे आपके मरने के बाद भी दुनिया आपका नाम ले तो आप वो भी कर सकते है।

Safar Shayari in Hindi

आज के इस लेख में हमने कुछ ऐसी सफर शायरी लिखी है जिनको आप पढोगे तो आपको बहुत अच्छा अनुभव होगा और आप उनसे अपनी जिंदगी को भी जोड़ पाओगे। कही न कही हर कोई व्यक्ति अपने जीवन में सफल होना चाहता है और उसी सफलता के पीछे वह इतनी मेहनत करता है और एक दिन ऐसा आता है की वो यह बिना जाने की सफलता क्या होती है, इस दुनिया से अलविदा कह देता है तो सबसे पहले आप अपने लिए जानिए की आपके लिए सफलता क्या होती है उसके बाद आगे कदम भेड़िये। अब ज्यादा आपका वक्त बर्बाद नहीं करते हुए में आपको ले चलता हूँ सीधे Safar Shayari की ओर।

Safar Shayari

अजीब सा सफर है ये ज़िंदगी, मंज़िल मिलती है मौत के बाद।

हर मंजिल की एक पहचान होती है, और हर सफ़र की एक कहानी।

यू ही हाथ थाम मेरा साथ निभाना, जिंदगी का सफर संग है तेरे बिताना।

ख़ामोश ज़िंदगी जो बसर कर रहे हैं हम, गहरे समुंदरों में सफ़र कर रहे हैं हम - रईस अमरोहवी

क्या बताऊं कैसे गुज़र रही है राह-ए-ज़िंदगी, शामें तन्हा है और रातें अकेली।

मशहूर हो जाते हैं वो जिनकी हस्ती बदनाम होती है, कट जाती है जिंदगी सफ़र में अक्सर जिनकी मंजिलें गुमनाम होती हैं।

तुझे तेरा हमसफर मुबारक, मुझे मेरा सफर मुबारक, मिलेंगे कभी राह में हम, तो होगा ये समा मुबारक।

धीरे धीरे ढलते सूरज का सफ़र मेरा भी है, शाम बतलाती है मुझ को एक घर मेरा भी है। - स्वप्निल तिवारी

ज़िंदगी के सफर में हिंदी वाला "सफर" करते रहिये, वर्ना अंग्रेजी वाला "Suffer" तो लगा ही रहेगा। - Safar Shayari in Hindi

ज़िन्दगी के सफर में सफर करते रहना, ज़िन्दगी को संवार देता है।

रस्ते कहाँ खत्म होते हैं जिंदगी के सफर में, मंज़िल तो वही है जहां ख्वाहिशें थम जाएँ।

इक क़दम के फ़ासले पर दोनों आ कर रुक गए, बस यही मंज़िल सफ़र की आख़िरी अच्छी लगी। - अबसार अब्दुल अली

मैं तो यूँ ही सफर पर निकला था, एक अजनबी मिला और उसने अपना बना लिया।

मेरी हर मंजिल एक नए सफ़र का आग़ाज़ होती है!

जूते महंगे हैं अब पर छोटा सा सफर है, एक तरफ ऑफिस, दूसरी तरफ घर है।

मंज़िलों से बेगाना आज भी सफ़र मेरा, रात बे-सहर मेरी दर्द बे-असर मेरा। - ग़ुलाम रब्बानी ताबाँ

अब जाना मैंने ज़िंदगी क्या है, सफर में भी हूँ लेकिन जाना कहीं नहीं है।

ये जहान जहाँ तक भी फैला हुआ है मैं वहां तक जाकर अपने हाथों को फैलाना चाहता हूँ।

ये भी है कि मंजिल तक पहुंचे नहीं हैं हम, ऐसा भी नहीं है कि सफर ख़त्म हो गया।

दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दम, तुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे। - बशीर बद्र

ज़िंदगी की खूबसूरती देखना है तो कभी सफर पर निकलो।

ना मंजिलों के लिए ना ही रास्तों के लिए, मेरा ये सफर है एखुद से खुद की पहचान के लिए।

उम्र बिना रुके सफर कर रही है, और हम ख़्वाहिशें लेकर वहीं खड़े हैं।

कितना बेकार तमन्ना का सफ़र होता है, कल की उम्मीद पे हर आज बसर होता है। - सैफ़ुद्दीन सैफ़

अगर अपने आप से ऊब जाए तो जरूर सफर पर निकल जाय, हो सकता है की आपकी ज़िंदगी संवर जाए।

मुझे ख़बर थी मेरा इन्तजार घर में रहा, ये हादसा था कि मैं उम्र भर सफ़र में रहा।

है नया सफर नयी राह, मगर ख्वाब वही मंजिल वही।

क्या बताऊँ कैसा ख़ुद को दर-ब-दर मैं ने किया, उम्र-भर किस किस के हिस्से का सफ़र मैं ने किया। - वसीम बरेलवी

ज़िंदगी एक ऐसा सफर है जिसकी राह ही इसकी मंज़िल है। - Safar Shayari

हर मुसाफिर यहाँ मंज़िल का इंतज़ार नहीं कर रहा है, खुश होने के लिए कुछ सफर का मज़ा भी जी भर कर ले रहे हैं।

कुछ सफर मंज़िल से ज्यादा खूबसूरत होते हैं, कुछ मोहब्बतों का अधूरा रह जाना ही मजा है।

एक लम्हे में सिमट आया है सदियों का सफ़र, ज़िंदगी तेज़ बहुत तेज़ चली हो जैसे। - फ़ैज़ अनवर

ज़िंदगी एक सुहाना सफर है अगर साथ एक मनचाहा हमसफ़र है।

कुछ सपने पूरे करने हैं, कुछ मंजिलों से मिलना है, अभी सफर शुरू हुआ है, मुझे बहुत दूर तक चलना है।

मुझे तो पता था तु कही और का मुसाफ़िर था, हमारा शहर तो बस यूं ही, तेरे रास्ते मैं आ गया था।

मुझ को चलने दो अकेला है अभी मेरा सफ़र, रास्ता रोका गया तो क़ाफ़िला हो जाऊँगा - वसीम बरेलवी

आरज़ू थी मिले हमसफ़र मुझे भी ज़िंदगी के सफर में, तलाश मेरी पूरी हुई जब ज़िंदगी ने मिलाया मुझे तुमसे इस सफर में।

सफर में संभल कर चलने वाले काफी मिल, जाएंगे मैं तो इन सड़कों पर दौड़ना चाहता हूँ। - Safar Shayari Hindi

थोड़ी सी मुस्कुराहट बरकरार रखना, सफर में अभी और भी किरदार निभाने हैं।

हर गाम हादसा है ठहर जाइए जनाब, रस्ता अगर हो याद तो घर जाइए जनाब, दिन का सफ़र तो कट गया सूरज के साथ साथ, अब शब की अंजुमन में बिखर जाइए जनाब।

समुंदर की लहरें वो ताज़ी हवाएँ, रेत की नमी वो पेड़ वो ज़मीन, सब मुझे अपने घर बुला रहे हैं।

एक सफर वो भी है जिसमें, पैर नहीं दिल दुखता है।

ज़िंदगी है मुख़्तसर आहिस्ता चल, कट ही जाएगा सफ़र आहिस्ता चल। - शाहीन ग़ाज़ीपुरी

आज फिर तेरी यादों के सफर में खो गया, ना मंज़िल मिली ना सफर पूरा हुआ।

दिल में बसी तुम्हारी तस्वीर, बस यही सोचती है हर पल, के इस शहर से उस शहर तक का सफर कितना सुहाना हो गया है।

 ज़िंदगी अपना सफ़र तय तो करेगी लेकिन हम-सफ़र आप जो होते तो मज़ा और ही था - अमीता परसुराम ‘मीता’

सफर में हूँ मंज़िल आँखों में बसाये, अभी अरमान मेरे अधूरे से है।

इंसान के यात्रा करने के जुनून ने ही उसे चांद तक पहुंचा दिया।

बस सफर हुआ था साथ में, मंजिल अलग थी दोनों की। - Zindagi Ka Safar Shayari

ख़ामोश ज़िंदगी जो बसर कर रहे हैं हम, गहरे समुंदरों में सफ़र कर रहे हैं हम। - रईस अमरोहवी

ज़िंदगी के सफर में किसी के साथ का क्या भरोसा, अकेले आये थे अकेले जाना है।

हम जितनी दुनिया देखते जाते हैं, हमारे नज़रिए का दायरा उतना ही बढ़ता जाता है।

कशमकश के इस सफर को छोड़ नहीं पाता हूं, हर मोड़ पे तुझे छोड़कर तुझमें ही मिल जाता हूं।

सिर्फ़ दरवाज़े तलक जा के ही लौट आया हूँ, ऐसा लगता है कि सदियों का सफ़र कर आया।

ज़िंदगी के सफर के पड़ाव कई बिता दिये, पर किरदार हमारा है के कुछ बदलता नहीं।

इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई, हम न सोए रात थक कर सो गई।

तराश रहा हूं खुद को हर शब्द की नोक पर, बोलबच्चन से लेखक तक का सफर जो तय करना हैं।

है थोड़ी दूर अभी सपनों का नगर अपना,  मुसाफ़िरो अभी बाक़ी है कुछ सफ़र अपना। - जावेद अख़्तर

सफर करने से ज़िंदगी का अनुभव बढ़ता है। - Suhana Safar Shayari

किसी को मंज़िल की भूख है तो किसी को पैसों की, प्यास है पर सच कहूँ तो मेरे लिए ये सफर ही ख़ास है।

तुम चलती साथ तो होतीं सब राहें आसान, मझधार में छोड़ कर तुमने सफर मुश्किल कर दिया।

न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा, हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा।

लोग चाहे जितना भी करीब हो, लेकिन हर कोई अकेला है ज़िंदगी के इस सफर में।

किसी जगह के बारे में ज़िन्दगी भर सुनने से अच्छा है कि एक बार उसे जाकर खुद देख लो।

तुमसे दूर जाने के सफर में, हमसफ़र बन जाती हैं तुम्हारी यादें।

ज़िंदगी के सफर में हूँ लेकिन मानो कहीं गहरे पानी सा ठहरा सा हूँ।

सफर की कठिनाइयां मंज़िल की खूबसूरती बयां करती हैं!

अच्छा नहीं होता सफर के बीच में जाना, ऐसे नहीं निभती कसमें मोहब्बत की।

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा, क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।

अभी तो बस चंद लफ़्ज़ों में ही समेट कर रखा है तुम्हें, किताबों का सफ़र तो अभी बाकी ही है।

कहीं जाना चाहते हैं तो आज चले जाए क्यूंकि किसी ने सच ही कहा है क्या पता कल हो ना हो। - Zindagi Ke Safar Shayari

मंजिल, सफर, वादियाँ सब झूठ है, रात में थककर सबको नींद आती है।

निर्वाण हमें यूँ ही नहीं मिलता हमें उस तक का सफर तय करना होता है।

सफर ये लम्बा बड़ा है, एक और सहारा दे मौला, एक बार तुने दे दिया, एक और ईशारा दे मौला।

बहुत कर लिया मलाल ज़िन्दगी में, चलो आज अपनी ज़िन्दगी जी लेते हैं, रह चुके बहुत हम घर में सिमट कर, चलो आज घर से कहीं दूर चलते हैं।

उम्मीद की रोशनी है जब तक, सफर जारी है तब तक, मंजिल मिलेगी आज नहीं तो कल तक।

दिल से मांगी जाए तो हर दुआ में असर होता है, मंजिलें उन्हीं को मिलती है जिनकी जिंदगी में सफ़र होता है।

यू तो कई मुसा़फीर आये और गये, पर वो जो कुछ पल ठहरा, जिदगीं के मायने बदल गये।

पहाड़ों के बीच ऐशो आराम की चीज़ें तो नहीं मिलती, मगर आराम और चैन ज़रूर मिल जाता है।

ख्वाब ए हकीकत में बदलने की, सफर ए कारवां अभी जारी है।

वो मंज़िल खूबसूरत नहीं लगती जिसका सफर कठिन नहीं होता।

चल वहीं ऐ दिल जहाँ हमसफर है मेरा, ये अजनबी रास्ते वो आखिरी सफर है तेरा।

मुकम्मल होगा सफ़र एक दिन, बस दिल में ताजा जज़्बात रखना, तमाम मुश्किलें आएंगी लेकिन अपने काबू में हर हालत रखना।

लम्हें भटक रहे हैं, हर पल हर पहर में, चल रहा हूँ मैं, या है ये वक़्त सफ़र में।

ज़िन्दगी एक सफर है यहाँ घूमना फिरना ज़रूरी है।

ज़िन्दगी के सफर में कही ख्वाब टूट जाते हैं, संभाल सकें जो अक्सर वो हाथ छूट जाते हैं।

उठ के ऊपर अपनी आदतों से, शुरू करो एक नया सफ़रनामा।

कोई हसीं नज़ारा तो चाहिये नज़र के लिए, मंज़िल न सही राह तो चाहिए सफ़र के लये।

आखिरी शब्द:

आशा करता हूँ की आपको यह Safar Shayari पसंद आये होगी जहाँ हमने आपके लिए सबसे अच्छी Safar Shayari Hindi साझा की है। अगर आपको यह जिंदगी के सफर शायरी पसंद आयी हो तो इन्हे अपने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने स्टोरी, स्टेटस और चाहनेवालो तक जरूर भेजना जिससे की वो भी इन शायरी को लोभ उठा पाए। जिंदगी के सफर पर हर कोई निकला है चाहे में हूँ या फिर आप लेकिन सबका मकसद सिर्फ एक ही है और वो है सफलता इसलिए अपने ऊपर विश्वास कीजिये और फिरसे लग जाइये अपने काम में और हमारे इस ब्लॉग को भी पड़ते रहिये जिससे की आपको हर रोज कुछ नया सिखने को मिलता रहे।

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